किन्नर महापौर कमला बुआ का निधन

सागर. देश की दूसरी किन्नर महापौर कमला बुआ का  गुरुवार को निधन हो गया। 2009 के नगरीय निकाय चुनाव में उन्होंने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी महापौर पद के लिए नामांकन भरा और हजार मतों के रेकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की। कमला बुआ और सागर के राष्ट्रीय सुर्खियों में आने के बाद भी उनकी राह आसान नहीं रही और कभी लिंग और कभी जाति को लेकर विवाद खड़े होते रहे। इस बीच उन्होंने भाजपा भी ज्वाइन कर ली थी। लेकिन उन्हें चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंदी रहीं भाजपा की सुमन अहिरवार की याचिका पर ही हटना पड़ा था। 


दरअसल तब महापौर का पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित था। लिंग को लेकर पहले से सवाल थे ही तीन साल तक वे अपनी जाति भी साबित नहीं कर पाईं। इसी आधार पर 2012 में उन्हें कोर्ट के आदेश पर पद से हटना पड़ा। राजनीति से दूर होने के बाद कमला बुआ सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहीं। उन्होंने किन्नर समुदाय के अधिकारों को लेकर लड़ाई लड़ी। पिछले कुछ दिनों से बीमार कमला ने गुरुवार को अंतिम सांस ली।